Tuesday 17 May 2016

Jab Itne Dino Bad Deka Tujhko

जब इतने दिन बाद देखा तुझको
ऐसा लगा एक जमाना सा बीत चूका हो देखे तुझको
ख़ामोशी कभी थी हमारे बीच ऐसी
जैसे सदिया बीत गई बात किये तुझसे
याद आ गए वो सुहाने पल कही से जो दफ़न हो चुके थे कही
न जाने फिर से क्यों आ गए हम फिर से एक दूजे क सामने
न जाने किस वास्ते हम आ गए फिर से एक दूजे क सामने सामने
प्यार का जो इकरार किया था जो तुंमसे
तुम्ही को ही अपने दिल में बसा चुके थे
जो सकून जुड़ा था हमारा एक दूजे से
आज वो सकूं कही खो सा गया है
चुप सी गई है वो दस्तांन आज
जो दो प्यार करने वालों की हुआ करती थी
जाने क्यों फिर से आ गए है हम फिर से एक दूजे क सामने सामने
जाने किस बंधन से आ गए है हम फिर से एक दूजे क सामने एक दूजे क सामने
आँखों में जो तुम्हारी मेरी चमक झलकती थी
तेरी वो मुस्कान मुझको लुभाया करती थी
साथ जीने क ख्वाब से सपने जो सजाए हमने तुमने
देख लो ज़रा सा पीछे मुडके
जी रहे थे एक दूजे की बाँहों में कही
एक पल में कहा थे एक पल में कहा आ गए है हम
न जाने क्यों आ गए है हम फिर से एक दूजे क सामने अधूरे कसमो को साथ लिए
न जाने क्यों आ गए है हम फिर से एक दूजे क सामने सामने एक दूजे क सामने सामने

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