Wednesday 5 October 2016

जिंदगी ना मिलेगी दोबारा

क्या हुआ जो देर हो रही, एक मुकाम पाने में
क्या हुआ जो  देर हो रही, जिंदगी आसान बनाने में
क्या हुआ जो  देर हो रही, किसी रास्ते पर चल पाने में
क्या हुआ जो  देर हो रही, खुद को साबित कर पाने में
क्या हुआ अगर  देर हो रही है, अपने सपनों की दुनिया सजाने में
देर से हीं सही, पर होगी कोई बात नई
तेरी आनेवाली जिंदगी होगी खुशियाँ भरी
क्यों मुस्कुराना भूलते हो, बीती बातों को याद करके  
क्यों उलझनों में झूलते हो, वर्तमान को बर्बाद करके  
दिल में जो ख्वाब हैं, उन्हें साकार करो तुम
अपने इरादों से दिन रात प्यार करो तुम
तुझमें दम है…. तो खुद की दुनिया बनाओ तुम
जो किसी ने नहीं किया हो, कुछ ऐसा कर जाओ तुम
जो रुक गया जिंदगी के सफर में, यहाँ बस वही हारा 
जो चलता रहा जिंदगी में, वक्त ने खुद उसके जीवन को संवारा 
तुम भी जी लो जिंदगी के एक-एक पल को खुल कर  
क्योंकि जिंदगी ना मिलेगी फिर दोबारा.........

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