Wednesday 25 January 2017

वो मोहब्बत में हमारे इस कदर......


चमकते थे सितारे हर तरफ
खुशबू थी और थे नज़ारे हर तरफ
देख आये हम तो यह सारा जहाँ
मिलते है जहाँ में गम के सहारे हर तरफ
अब तो बस उनकी तमन्ना एक शर्त है
बस जायेंगे उनके दिल के आशियाने में हर तरफ
डूब तेरी आँखों के समंदर में इसका कोई गम न था
थे बस हम ही तनहा प्यार बसता था हर तरफ
काश खो जाते तेरी आँखों में कहीं
और वो पुकारे हमें हर तरफ
वो मोहब्बत में हमारे इस कदर आसीर हुए
और नज़र आने लगे हम उन्हें हर तरफ
बस अंधेरों से बचना से बचाना था उन्हें
इस लिए रख दिए अपने आँखों के तारे हर तरफ.....

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